Whatsapp की नई निजता नीति ने बढ़ाई टेंशन, कैट ने सरकार से की जल्द से जल्द इन ऐप्स पर रोक लगाने की मांग
खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने सरकार से व्हाट्सऐप और उसकी मूल कंपनी फेसबुक के ऊपर रोक लगाने की मांग की है। संगठन ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर यह मांग की।;
नई दिल्ली। Whatsapp की नई निजता नीति (Privacy Policy) से हर जगह एक नया विवाद छिड़ गया है। नई निजता नीति ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने सरकार से व्हाट्सऐप और उसकी मूल कंपनी फेसबुक के ऊपर रोक लगाने की मांग की है। संगठन ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर यह मांग की। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्हाट्सऐप की नयी निजता नीति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि उसे (व्हाट्सऐप) इसे लागू करने से रोका जाना चाहिए या फिर उसपर पूरी तरह से रोक लगा दी जानी चाहिए। कैट ने मंत्री को लिखे पत्र में कहा कि सरकार को या तो व्हाट्सऐप को नयी नीति लागू करने से रोकना चाहिए या फिर व्हाट्सऐप के ऊपर रोक लगानी चाहिए। कैट ने कहा कि भारत में फेसबुक के 20 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं और इसे हर उपयोगकर्ता के डेटा तक पहुंचने में सक्षम करने से न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि देश की सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।
WhatsApp की आई प्रतिक्रिया
एक ई-मेल के जवाब में WhatsApp के प्रवक्ता ने कहा कि WhatsApp की नयी प्राइवेसी पॉलिसी पारदर्शिता बढ़ाती है। इसका मकसद बिजनेस को अधिक मदद उपलब्ध कराना है जहां वह उसकी पेरेंट कंपनी फेसबुक की अन्य सुरक्षित सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, जो उन्हें अपने ग्राहकों के साथ बेहतर संपर्क स्थापित करने में मदद करेगी। कंपनी ने कहा कि WhatsApp के Facebook के साथ डेटा शेयर करने की नीति से लोग WhatsApp पर अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों से किस तरह बात करते हैं, उसमें कोई बदलाव नहीं आएगा। साथ लोग बिजनेस कंपनियों के साथ WhatsApp पर बातचीत करना चाहते हैं या नहीं, यह उन पर ही निर्भर करेगा।