चीन की हरकतों के बाद विरोध में उतरा व्यापारिक संगठन, 500 चीनी वस्तुओं की सूची जारी कर किया बहिष्कार

चीनी वस्तुओं के खिलाफ मैदान में उतरा कफेंडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स चीनी वस्तुओं का किया बहिष्कार, 500 चाइनीज चीजों की सूची की जारी;

Update: 2020-06-17 10:07 GMT

चीन द्वारा लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास फायरिंग की निंदा करते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चीनी सामान के बहिष्कार का ऐलान किया है। इतना ही नहीं कैट ने चाइना से आयात होने वाले 500 चाइनीज आइट्मस की लिस्ट भी तैयार कर जारी कर दी है। जिसके तहत दिसंबर 2021 तक चाइना द्वारा तैयार माल के आयात को 13 बिलियन डॉलर या लगभग 1 लाख करोड़ रुपये कम करना है।

दअरसल, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने (Chinese Items Boycott) चाइनीज सामान के बहिष्कार के लिए 500 सामानों की एक सूची बनाई है। इसमें ज्यादातर वह आइट्मस हैं। जिनका आयात भारत में काफी ज्यादा होता है। जबकि भारत में इन्हें बनाने के लिए तमाम इंडस्ट्री मौजूद हैं। इसी को देखते हुए सूची में फैब्रिक, खिलौने, टेक्सटाइल, फर्निशिंग, बिल्डर हार्डवेयर, फुटवियर, गारमेंट, किचन का सामान, लगेज, हैंड बैग,खाद्यान,घड़ी, जैम एंड ज्वेलरी, कपडे, स्टेशनरी, कागज़, घरेलू वस्तुएं,फर्नीचर,लाइटिंग, हेल्थ प्रोडक्ट्स,पैकेजिंग प्रोडक्ट,ऑटो पार्ट्स, कॉस्मेटिक्स, गिफ्ट आइटम, इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन अपैरल, यार्न, फेंगशुई आइटम्स, दिवाली एवं होली का सामान, चश्में,टेपेस्ट्री मैटेरियल आदि शामिल हैं

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस अभियान के बारे में कहा, 'चीन से भारत का आयात लगभग 5.25 लाख करोड़ अर्थात 70 बिलियन डॉलर सालाना है। (Ciat) ने प्रारंभिक चरण में 3,000 से अधिक उत्पादों का चयन किया है, जो भारत में भी बनती हैं, लेकिन कम कीमत के लालच में चीन से इन वस्तुओं को आयात किया जा रहा है। इन चीनी वस्तुओं के स्थान पर भारत में निर्मित वस्तुओं का प्रयोग काफी सहजता से किया जा सकता है

उन्होंने आगे कहा, 'जिन उत्पादों में तकनीक महत्व है, अभी उनको (Boycott) बहिष्कार में शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि जब तक इस प्रकार की तकनीक का विकल्प भारत में विकसित नहीं हो जाता या भारत के किसी मित्र देश द्वारा वह उत्पाद निर्मित नहीं होता, तब तक उस प्रकार की तकनीक वाली वस्तुओं के उपयोग के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। 

Tags:    

Similar News