सभी देशों के लिए वेंटिलेटर का निर्यात रहेगा जारी, सरकार ने हटाई सभी तरह की रोक
वेंटिलेटर समेत इन सभी उपकरणों के निर्यात पर भी रहेगी छूट।;
विदेश व्यापार में तेजी लाने के लिए सरकार ने मंगलवार को वेंटिलेटर के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। इसमें मुख्य रूप से वेंटिलेटर से जुडी ऑक्सीजन समेत अन्य कई उपकरणों को इसमें शामिल किया गया है। इससे दूसरे देशों को फायदा होने के साथ ही (Medical and Farma Field) मेडिकल और फार्मा फिल्ड में काम करने वाली कंपनियों को काफी मुनाफा होने की उम्मीद बढ गई है।
दरअसल, सरकार ने मंगलवार को सभी तरह के (Ventilator Export) वेंटिलेटर के निर्यात पर प्रतिबंध को हटाने के आदेश दे दिये हैं। विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि किसी भी तरह के कृत्रिम श्वसन तंत्र या ऑक्सीजन उपचार उपकरण या किसी अन्य श्वास उपकरण सहित सभी तरह के वेंटिलेटर निर्यात के लिए मुक्त हैं। कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए घरेलू स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के मकसद से इन उत्पादों के निर्यात पर 24 मार्च को प्रतिबंध लगाया गया था। कोविड-19 पर गठित मंत्रियों के समूह ने एक अगस्त को इस बारे में विचार किया और भारत में बने वेंटिलेटर के निर्यात की अनुमति देने वाले स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रस्ताव पर सहमति जताई।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कोविड-19 महामारी को काबू में करने के भारत के प्रयासों में उल्लेखनीय प्रगति और कम संख्या में वेंटिलेटर की जरूरत होने के कारण यह फैसला लिया गया है। यह बयान एक अगस्त को जारी किया गया था। बयान में कहा गया कि वेंटिलेटर की घरेलू विनिर्माण क्षमता में काफी बढ़ोतरी हुई है और इस समय वेंटिलेटर के लिए 20 से अधिक घरेलू विनिर्माता हैं। इसके निर्यात से दूसरे देशों में इसकी पूर्ति का फायदा मिलने के साथ ही वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनियों को भी फायदा होगा।