GST Collection ने बनाया नया रिकार्ड, मार्च में 1.23 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा
जीएसटी संग्रह में वृद्धि की प्रवृत्ति महामारी के बाद अर्थव्यवस्था (Economy) में तीव्र आर्थिक पुनरूद्धार का संकेत देती है। बयान के अनुसार जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क सहित बहुपक्षीय स्रोतों से मिलने वाले आंकड़ों का बेहतर तरीके से विश्लेषण करने के साथ ही फर्जी-बिल के खिलाफ कड़ी निगरानी तथा प्रभावी कर प्रशासन से पिछले कुछ महीनों से लगातार राजस्व संग्रह बढ़ा है।;
नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह मार्च में सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 1.23 लाख करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार छठा महीना है जब जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। वित्त मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जीएसटी संग्रह में वृद्धि की प्रवृत्ति महामारी के बाद अर्थव्यवस्था (Economy) में तीव्र आर्थिक पुनरूद्धार का संकेत देती है। बयान के अनुसार जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क सहित बहुपक्षीय स्रोतों से मिलने वाले आंकड़ों का बेहतर तरीके से विश्लेषण करने के साथ ही फर्जी-बिल के खिलाफ कड़ी निगरानी तथा प्रभावी कर प्रशासन से पिछले कुछ महीनों से लगातार राजस्व संग्रह बढ़ा है।
सकल जीएसटी राजस्व मार्च 2021 में 1,23,902 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी 22,973 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 29,329 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी के 62,842 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रह 31,097 करोड़ रुपये सहित) और उपकर के 8,757 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 935 करोड़ रुपये सहित) रहा। एक साल पहले मार्च 2020 में जीएसटी संग्रह 97,590 करोड़ रुपये रहा था।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मार्च 2021 के दौरान जीएसटी संग्रह, जीएसटी लागू किये जाने के बाद से सबसे अधिक रहा है। पिछले पांच महीनों में जीएसटी राजस्व संग्रह में सुधार की प्रवृत्ति के अनुरूप ही मार्च 2021 में राजस्व संग्रह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 27 प्रतिशत अधिक रहा है। माह के दौरान वस्तुओं के आयात से प्राप्त राजस्व पिछले साल के इसी माह के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक है और घरेलू लेन-देन से राजस्व 17 प्रतिशत अधिक है। उल्लेखनीय है कि जून और सितंबर तिमाही में जीएसटी राजस्व में क्रमश: 41 प्रतिशत और 8 प्रतिशत की गिरावट आयी। हालांकि आर्थिक पुनरूद्धार के साथ दिसंबर और मार्च तिमाही में इसमें क्रमश: 8 प्रतिशत और 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।