कोरोना संक्रमण के चलते दुनिया के 20 बड़े देशों में सबसे ज्यादा प्रभावित हुई भारत की GDP, IMF चीफ ने किया दावा

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था जी-20 देशों में सबसे बुरी हालत में पहुंच सकती है;

Update: 2020-09-03 06:02 GMT

कोरोना संक्रमण और उसे रोकने के लिए दुनिया भर के देशों ने लगाये लॉकडाउन (Lockdown) चलते सभी की अर्थव्यवस्था (GDP) बुरी तरह प्रभावित हो गई है। वहीं भारत में लगातार बढते कोरोना संक्रमण के मरीजों के चलते जीडीपी सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इसका दावा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। इसमें अप्रैल और जून माह की तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 40 साल में पहली बार नेगेटिव हुई है। (IMF Chief) आईएमएफ की चीफ का दावा है कि भारत की अर्थव्यवस्था 20 बडी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे नीचले स्थान पर हैं। इसके साथ ही हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की जीडीपी दूसरी तिमाही में 23.9 प्रतिशत तक गिरने के बाद अब पूरे वित्त वर्ष में ये 10.9 प्रतिशत तक गिर सकती है

दरअसल, हाल ही में आईएमएफ की चीफ अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में (Indian Gdp) भारत की अर्थव्यवस्था G-20 देशों में सबसे बुरी हालत में पहुंच सकती है। उन्होंने कहा है कि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2020) में भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर ऐतिहासिक कमजोरी (GDP Go Down) देख सकती है। इससे पहले ही मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने कहा था कि जी-20 देशों की अर्थव्यवस्था में 2020 की पहली छमाही में बड़ी गिरावट आ सकती है। जीडीपी (GDP) में कमजोरी का यह अनुमान इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि G-20 दुनिया की सबसे बड़ी विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। भारत भी इस समूह का सदस्य है। यह दुनिया की दो-तिहाई से अधिक आबादी जी-20 अर्थव्यवस्था में रहती है।

आईएमएफ ने ट्वीट पर किया यह दावा

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर गीता गोपीनाथ ने ट्वीट कर कहा कि इस मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भी G-20 देशों की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का असर पडा है। G-20 देशों की (Economical Growth Negative) इकनॉमी की ग्रोथ निगेटिव जोन में बनी रह सकती है। इस समूह में भारत की GDP 25.6 प्रतिशत तक निगेटिव रहने की आशंका है। (IMF) की अर्थशास्त्री गीता ने लिखा कि ये आंकड़े तिमाही दर तिमाही आधार के हैं, इनकी तुलना किसी साल से नहीं की जानी है। उन्होंने कहा कि साल 2020 की तीसरी तिमाही में जी-20 देशों की जीडीपी में सुधार आने की उम्मीद है. इस साल की पहली तिमाही में कमजोरी देखने के बाद चीन की जीडीपी दूसरी तिमाही में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।  

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