115 करोड़ रुपये का निवेश कर ये भारतीय कंपनी बनाएगी मेट्रो कोच, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
यमुना प्राधिकरण ने इन 12 कंपनियों को आवंटित की जमीन, मेट्रो कोच बनाने से लेकर वस्त्र उद्योग कंपनियां लगाएगी अपना प्लांट।;
अब दिल्ली एनसीआर से सटे गौमबुद्ध नगर के यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में भारतीय कंपनी द्वारा मेट्रो कोच का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने जमीन आवंटन करने के साथ ही कंपनी ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इसके बाद मेक इन इंडिया मेट्रो कोच होने के साथ ही यहां करीब 12 हजार भारतीयों को नौकरी मिल सकेगी। इतना ही नहीं कंपनी ने हाल में ही 115 करोड रुपये का निवेश कर कंपनी शुरू करने का विचार बना लिया है। इसके लिए लगभग खाका तैयार किया जा चुका है। इसके अलावा भी यहां 12 दूसरी कंपनियों को जमीन आवंटन किया गया है। जो जल्द ही यमुना प्राधिरकण द्वारा दी गई जमीन पर अपने प्लांट लगाकार हजारों लोगों को रोजगार देगी।
दरअसल, यमुना प्राधिरकण में लगने वाली यह कंपनी मेट्रो कोच बनाने वाली उत्तर प्रदेश की पहली कंपनी है। जिसे यमुना प्राधिकरण ने भूमि आवंटन कर दी है। यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि मेट्रो कोच बनाने के लिए पीपीएस इंटरनेशनल कंपनी को 20 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। मेड इन इंडिया और मेक इन इंडिया की तर्ज पर यह भारतीय कंपनी मेट्रो कोच बनाएगी। उन्होंने बताया कि यह कंपनी मेट्रो लाइट व मेट्रो के नये कोच बनाएगी। उन्होंने कहा कि जर्मन प्रौद्योगिकी के आधार पर स्टेनलेस स्टील के कोच बनेंगे। देश में अब ऐसे ही कोच वाली मेट्रो दौड़ेगी।
थोड़े छोटे होंगे भारतीय द्वारा बनाये जाने वाले मेट्रो कोच
वहीं बता दें कि भारतीय कंपनी द्वारा बनाये जा रहे ये कोच वर्तमान में चल रही मेट्रो के कोच से थोड़े छोटे होंगे, लेकिन इनकी गति पहले जैसे ही रहेगी। कंपनी शुरुआती दौर में यहां 115 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके जरिये यहां पर 500 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा। कंपनी वर्तमान में भारतीय रेल के लिए ओवरहेड इलेक्ट्रिसिटी केबल, कैटिलिवर व इलेक्ट्रिकल प्लग्स आदि बनाती है। कंपनी में अभी काम शुरू होने के बाद वर्किंग के आधार पर भर्ती की जाएगी। जो हजारों में हो सकती है।
इन कंपनियों को भी आवंटित हुई जमीन, 8150 करोड़ रुपये का करेगी निवेश
इसके अलावा न्यू दिल्ली एक्सपोर्ट हाउस, पूजा इंटरनेशनल, अफोर्डेबल एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, स्टार्टअप स्टूडियोज, राज ट्रेडिंग कंपनी, एसवीएम, शिखा मैनेजमेंट सॉल्यूशन, साईं क्रिएशन, होम ड्यूलेक्स सहित 12 कंपनियों को भी यमुना प्राधिकरण ने जमीन आवंटित की है। यह कंपनियां प्राधिरकण द्वारा आवंटित जमीन पर 8150 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वहीं जिन कंपनियों को जमीन आवंटित की गई हैं। उनमें सबसे अधिक कपड़ा कंपनियां है। इन कंपनियों को अपैरल पार्क में जमीन आवंटित की गई है। सिंह ने कहा कि प्राधिकरण ने एक वर्ष में 515 उद्योगों को जमीन आवंटित की है। यमुना प्राधिकरण तीन औद्योगिक पार्क विकसित कर रहा है। इसमें अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क व एमएसएमई पार्क शामिल है।