Lockdown के बाद फिर से उबर रहा रेलवे, तीन माह में की इतनी कमाई
कोरोना महामारी के चलते पहली बार रेलवे को टिकट बुकिंग से होने वाली आय से ज्यादा रिफंड के रूप में चुकाने पड़े रुपये;
कोरोना महामारी के बीच देश में लगे लॉकडाउन की मार उद्योग, बस और हवाई उड्डानों से लेकर रेलवे पर भी पड़ी थी। जिसे रेलवे को कुछ ही महीनों में हजारों करोडों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। अब एक बार फिर से रेलवे ने सीमिम यात्रा सेवा शुरू कर दी हैं। जिसे रेलवे की कमाई शुरू हो गई है, लेकिन अभी लॉकडाउन से पहले होने वाली कमाई के बाराबर नहीं पहुंची है। इसकी वजह लोगों के यात्रा करने से बचाव से लेकर कोरोना को लेकर बरती जाने वाली तमाम सावधानियां है। वहीं लॉकडाउन खुलने के बाद रेलवे को दूसरी तिमाही में 2,325 करोड़ रुपये का राजस्व रहा है।
टिकट बुकिंग से ज्यादा करना पड़ा था रिफंड
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए मार्च माह में देश में लगाये गये लॉकडाउन के चलते रेलवे को इतिहास में पहली बार बडा नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं भारतीय रेलवे ने पहली बार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टिकट बुकिंग से होने वाली कमाई से कहीं ज्यादा राशि लोगों को रिफंड की। इसी वजह से पहली तिमाही में भारतीय रेलवे की आय खर्च के मुकाबले 1,066 करोड़ रुपये कम रही। हालांकि रेलवे की माल ढुलाई से होने वाली कमाई इसबीच मजबूत बनी रही। वहीं पहली तिमाही के मुकाबले रेलवे की दूसरी तिमाही में होने वाली कमाई 5,873.64 करोड़ रुपये बढ़ गई।
महीने वार इस तरह कम हुई कमाई
साल के शुरुआत में ही कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से मार्च के आखिरी हफ्ते में रेलवे की यात्री सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थी। ऐसे में रेलवे को यात्री खंड में अप्रैल में 531.12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं मई में 145.24 करोड़ रुपये और जून माह में 390.6 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं आंकड़ों के अनुसार, यात्री सेवाएं बहाल होने और चरणबद्ध तरीके से रेल चलने के बाद रेलवे की कमाई में सुधार आना शुरू हुआ है। इसी के बाद जुलाई माह में रेलवे की यात्रा खंड से कमाई 560.99 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। अगस्त माह में 830.55 करोड़ रुपये और सितंबर माह में 934.16 करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई है।