कोरोना संकट के चलते परेशानी में Indigo एयरलाइंस, अब तक का हुआ सबसे ज्यादा घाटा

कोरोना के चलते इंडिगो एयरलाइंस की हालत बेहद खराब स्थिति में है। यहां तक कि कंपनी के सामने करो या मरो जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इंडिगो को जून की तिमाही में अब का सबसे ज्यादा घाटा हुआ है।;

Update: 2021-07-29 11:10 GMT

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के चलते हालात बहुत खराब स्थिति में पहुंच गए हैं। आम लोगों इस बीमारी के चलते जान का तो नुकसान हुआ ही है साथ ही अर्थव्यवस्था पर भी इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। चाहे नौकरीपेशा हो या फिर बिजनेसमेन सभी इस घातक बीमारी की वजह से प्रभावित हुए हैं। खासकर एयरलाइंस कंपनियों पर तो इस महामारी के चलते दोहरी मार पड़ी है। घरेलु और अंतर्राष्ट्रीय विमानें बंद होने के कारण कई कंपनियों पर संकट के बादल छा गए हैं। इसकी सबसे बड़ी मिसाल इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) है। कोरोना के चलते इंडिगो एयरलाइंस की हालत बेहद खराब स्थिति में है। यहां तक कि कंपनी के सामने करो या मरो जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इंडिगो को जून की तिमाही में अब का सबसे ज्यादा घाटा हुआ है। कंपनी द्वारा जारी तिमाही नतीजों के मुताबिक उसे अप्रैल से जून 2021 की तिमाही में 3,180.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। गौरतलब है कि इस दौरान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से यात्राओं में काफी कमी आई। इसकी वजह से इंडिगो को काफी नुकसान हुआ है।

तेजी से खत्म हो रही इंडिगो की नकदी

कोरोना वायरस के कारण कंपनी को एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) के दाम में तेजी से बढ़त होने की वजह से भीमुनाफे पर काफी चोट पहुंची है। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह रही है कि Indigo की नकदी काफी तेजी से खत्म हो रही है। उदाहरण के लिए 30 जून, 2021 तक इंडिगो के पास 5,602.7 करोड़ रुपये की नकदी थी, जो कि साल 2020 की समान अवधि के मुकाबले 7.5 फीसदी कम है।

कर्ज में हुआ तेजी से इजाफा

कोरोना संकट के दौरान इंडिगो एयरलाइन का कर्ज काफी तेजी से बढ़ा है। यह पिछले साल जून के 23,551.6 करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल के जून में 31,690.1 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। जानकारों के मुताबकि इस Low Cost Carrier को अपने संचालन के लिए प्रतिदिन 33.4 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं, जो एक साल पहले के मुकाबले 76 पर्सेंट अधिक हैं। यही वजह है कि कंपनी की नकदी बहुत तेजी से खत्म होती जा रही है।

Tags:    

Similar News