कोरोना और लॉकडाउन के बीच Mutual Fund फोलियो की संख्या में आई तेजी, जमकर हुआ निवेश
मार्केट में जून तिमाही में म्यूचुअल फंड में 18 लाख लोगों खुलवाये फोलियाें। अब 9 करोड़ से भी पार हुई संख्या।;
कोरोना काल और लॉकडाउन के बाद जून तिमाही में छोटा हो या बडा सभी तरह के उद्योगों के साथ ही बैंकों तक का मुनाफा काफी घट गया है। इसकी वजह सभी को आर्थीक चोट पहुंचना है। वहीं ऐसी स्थिती के बावजूद म्यूचुअल फंड (Mutual Fund ) में लोगों ने जमकर निवेश किया है। जून तिमाही में 18 फोलियों खुल गई है। यानि 18 लाख नये खाते शुरू कर लोगों ने इनमें निवेश किया है। यह मार्केट में चल रहे उतार चढाव के बीच अच्छी खबर है। जिसके बेहतरीन नतीजे भी मिले सकेंगे।
दरअसल, म्यूचुअल फंड उद्योग में जून तिमाही में 18 लाख निवेशक खाते जोड़े गये हैं। इस तरह उतार-चढ़ाव वाली बाजार परिस्थितियों के बावजूद फोलियो की कुल संख्या बढ़कर 9.15 करोड़ हो गई है। यह बहुत ही अच्छा माना जा रहा है। वहीं ग्रो के सह-संस्थापक हर्ष जैन ने कहा कि फोलियो की संख्या में वृद्धि में डिजिटल मंचों का विशेष योगदान रहा है। इसमें खास तौर पर कोरोना काल और लॉकडाउन के दौरान फोलियो खुलवाना आर्थिक स्थिती को मजबूत बताने का संकेत है। उन्होंने बताया कि फोलियो यानि म्यूचुअल फंड में खाता वह संख्या होती है, जो व्यक्तिगत निवेशक खातों को दी जाती है। एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते हैं।
वहीं म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, जून तिमाही में फोलियो की संख्या 17.96 लाख बढ़कर 9,15,42,092 हो गई। वहीं मार्च तिमाही के अंत तक यह आंकड़ा 8,97,46,051 था। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (प्रबंधक शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार में मार्च में जबरदस्त गिरावट आई। इससे निवेशकों को शेयर बाजारों में निवेश का अच्छा अवसर मिला। ऐसे में यह संभव है कि कई नये निवेशकों को यह शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश का अच्छा अवसर लगा हो। उन्होंने कहा कि इसका संकेत अप्रैल में फोलियो की संख्या में भारी बढ़ोतरी से मिलता है। इसके अलावा मई और जून में भी फोलियो की संख्या में इजाफा हुआ है।