मजदूर संगठनों की हड़ताल : सरकारी बैंकों में कामकाज प्रभावित, जानिए क्यों उठाया ये कदम
सरकार के खिलाफ श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर संघों की एक दिन की हड़ताल में कुछ बैंक कर्मचारी संगठनों के शामिल होने से गुरुवार को देश भर में सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग सेवाएं आशिंक रूप से प्रभावित हुईं।;
नई दिल्ली। सरकार के खिलाफ श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर संघों की एक दिन की हड़ताल में कुछ बैंक कर्मचारी संगठनों के शामिल होने से गुरुवार को देश भर में सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग सेवाएं आशिंक रूप से प्रभावित हुईं। इस दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों की शाखाओं में जमाओं सहित नकद लेनदेन प्रभावित हुआ, जबकि विदेशी मुद्रा और सरकारी लेनदेन पर भी असर पड़ा। हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक और निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज सामान्य है।
भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर 10 केंद्रीय मजदूर संगठनों ने सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ गुरुवार को एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। इसबीच बैंक ऑफ महाराष्ट्र सहित कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि वे बैंकिंग संबंधित लेनदेन और अन्य सेवाओं के लिए इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग और एटीएम जैसे डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करें। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक एम्प्लॉइज (एनसीबीई) और बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) से जुड़े बैंक कर्मचारी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। बैंक अधिकारियों के एक संगठन- अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) ने हड़ताल को समर्थन दिया है। एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि यूनियनों की हड़ताल सरकार की श्रमिक विरोधी नीति के खिलाफ है और बैंक के कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों की शाखाओं में जमाओं सहित नकद लेनदेन प्रभावित हुआ, जबकि विदेशी मुद्रा और सरकारी लेनदेन पर भी असर पड़ा। हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक और निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज सामान्य है।