कोरोना महामारी के बीच लोगों को राहत- आरबीआई गवर्नर ने निजी बैंकों से कहा, लोगों के लिये कर्ज सुविधा समेत विभिन्न वित्तीय सेवाएं जारी रहे
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने निजी क्षेत्र के बैंकों से यह सुनिश्चित करने कहा कि महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए लोगों के लिये कर्ज सुविधा समेत विभिन्न वित्तीय सेवाएं जारी रहे।;
मुंबई। देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर फिर से संकट के बादल छा गए हैं। लगभग हर कोई कोरोना की मार झेल रहा है। ऐसे में आम आदमी पर सबसे ज्यादा इस बीमारी का प्रभाव पड़ रहा है। इसी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governer Shaktikanta Das) ने निजी क्षेत्र के बैंकों (Private sector banks) से यह सुनिश्चित करने कहा कि महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए लोगों के लिये कर्ज सुविधा समेत विभिन्न वित्तीय सेवाएं जारी रहे। इसी महीने, गवर्नर ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रबंध निदेशकों और सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) के साथ इसी तरह की बैठक की थी। निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रबंध निदेशक और सीईओ के साथ बैठक के दौरान दास ने उनसे 5 मई, 2021 को आरबीआई द्वारा घोषित उपायों को सही ढंग से और तेजी से लागू करने को भी कहा।
इसी महीने की थी रियायती ऋण सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा
उल्लेखनीय है कि इसी महीने पांच मई को आरबीआई ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की रियायती ऋण सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसके अलावा एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) क्षेत्र के लिये कर्ज सुविधा बेहतर करने, कर्ज पुनर्गठन और केवाईसी (KYC) को युक्तिसंगत बनाये जाने का ऐलान किया। RBI ने एक बयान में कहा कि गवर्नर ने बैंकों को महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि व्यक्तियों और कंपनियों को ऋण सुविधाओं सहित विभिन्न वित्तीय सेवाएं मिलती रहें। दास ने उनसे अपने बही-खातों को सुदृढ़ करने पर भी ध्यान देने का आग्रह किया।