4G के बाद देश में जल्द ही 5G लाने की तैयारी में जुटा रिलायंस जियो, कंपनी ने रिपोर्ट में किया दावा
रिलायंस जियो ने अपनी रिपोर्ट पेश कर (5G Technology) प्रौद्योगिकी के लिए तैयार प्रणाली और फाइबर परिसंपत्ति के लिए बताया हम तैयार;
अब 4जी के बाद देश में जल्द ही लोग 5G भी चला सकेंगे। इसके लिए (Reliance Jio) रिलायंस जियो ने ढांचा बनाना शुरू कर दिया है। यह बात कंपनी ने बाजार के रुख को देखते हुए कही है। मोबाइल सेवाओं के लिए न्यूनतम आधार कीमत तय करने के मुद्दे पर कंपनी ने कहा (Telecom Companies) दूरसंचार कंपनियों द्वारा दिसंबर में बढ़ाए गए शुल्क का असर हाल में दिखने लगा है। इससे बाजार स्थितियां बेहतर हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने भी 2020-21 के दौरान अगले दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी की मंशा जतायी है। ऐसे में जियो के पास पहले से (5G Technology) के लिए तैयार प्रणाली और फाइबर परिसंपत्ति है। बाजार के रुख को देखा जाए तो देश में 5जी वातावरण के विकास में जियो की भूमिका अहम होगी।
रिलायंस जियो द्वारा अपने शेयरधारकों (Share Holders) को भेजे पत्र में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि देश में अभी भी लाखों उपयोक्ता 2G टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह इंटरनेट का उपयोग नहीं कर सकते हैं। ऐसे में देश को पूरी तरह 2जी से 4जी या उससे आगे की प्रौद्योगिकी में लाने की तत्काल जरूरत है। इस बदलाव के लिए जियो के पास कई अवसर हैं। उन्होंने कहा, पिछले दो साल से अधिक समय में 'जियोफोन' 10 करोड़ उपयोक्ताओं को 2जी से 4जी तक लाने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि जियो को देश के लिए 4जी प्रौद्योगिकी खड़ा करने में मिली सफलता ने फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों को निवेश के लिए आकर्षित किया।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो (Reliance Jio Users) के उपयोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। 31 मार्च 2020 तक इनकी संख्या 38.75 करोड़ पहुंच चुकी है। मोबाइल इंटरनेट (Mobile Internet) की दुनिया में क्रांति लाने के बाद जियो अब उपयोक्ताओं की संख्या और समायोजित सकल आय के हिसाब से देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है। उन्होंने कहा कि जियो अपनी अत्याधुनिक वायर प्रौद्योगिकी के माध्यम से घरों और प्रतिष्ठानों तक इंटरनेट सेवाएं पहुंचाने का काम भी कर रही है। इससे एक ही मंच पर कई डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मजबूत बुनियाद तैयार करने में मदद मिलेगी। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2020 के अंत तक जियो फाइबर सेवा लेने वाले घरों की संख्या 10 लाख हो गई है। अंबानी ने कहा कि ई-कॉमर्स सेवाओं के माध्यम संगठित खुदरा कारोबार के लिए वृद्धि के और अवसर खुलेंगे।