Share Bazaar: शेयर बाजार में चौथे दिन आई गिरावट, निवेशकों को हुआ भारी नुकसान
बैकिंग सेक्टर में गिरावट के साथ ही कई कंपनियों के शेयर का रहा बुरा हाल।;
पिछले 4 दिनों से मुनाफे में चल रहा शेयर बाजार बुधवार को गिरावट पर पहुंच गया। कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार ने शुरुआती लाभ गंवा दिया और सेंसेक्स 561 अंक की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के बीच कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा रुपये में कमजोरी से बाजार में गिरावट आई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 561.45 अंक या 1.58 प्रतिशत के नुकसान से 34,868.98 अंक पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 165.70 अंक की गिरावट के साथ 10,305.30 अंक पर बंद हुआ। दिन में यह ऊपर में 10,553.15 अंक और नीचे में 10,281.95 अंक तक गया था। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक 7.43 प्रतिशत टूटा। वहीं आईसीआईसीआई बैंक, पावरग्रिड, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक और एसबीआई के शेयर भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ एशियन पेंट्स, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस के शेयर 3.82 प्रतिशत तक चढ़ गये।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''सकारात्मक रुख के साथ खुलने के बावजूद वैश्विक बाजारों के नकारात्मक संकेतों से बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। दुनिया भर में विशेष रूप से अमेरिका में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से वैश्विक बाजारों में बेचेनी है। भारत में भी वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। नायर ने कहा कि सभी क्षेत्रों के सूचकांक नुकसान में रहे। बैंक सूचकांक में सबसे अधिक गिरावट आई। वायदा एवं विकल्प निपटान की वजह से बृहस्पतिवार को भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.24 प्रतिशत तक का नुकसान रहा। हालांकि, अर्थव्यवस्थाएं अब खुलने लगी हैं, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहे। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ के साथ बंद हुए।