घर खरीदने की कर रहे हैं प्लानिंग तो 4 प्रतिशत से भी कम Interest Rate पर मिल रहा Home Loan, ऐसे कर सकते हैं अप्लाई
टाटा हाउसिंग ने निकाली बेहतरीन स्कीम। लोन लेने पर 25 हजार से लेकर 8 लाख रुपये तक के मिलेंगे गिफ्ट वाउचर।;
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते जहां लोगों की नौकरी से लेकर व्यापार प्रभावित हुआ है। इसबीच ही कई लोगों ने अपने घर खरीदने की प्लानिंग को कुछ देर के लिए रद्द कर दिया। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो तुरंत अपने फैसले को बदलकर घर खरीदने की प्लानिंग कर सकते हैं। इसकी वजह टाटा हाउसिंग द्वारा बेहद ही कम ब्याज दर होम लोन देना है। यह ब्याज दर 4 प्रतिशत से भी कम हो सकती है। जी हां इसके अलावा भी टाटा ग्रुप लोन लेने पर और दूसरे भी ऑफर दे रहा है। जिसका पूरा फायदा उठा सकेंगे।
दरअसल, हाल ही में टाटा हाउसिंग ने एक स्कीम का ऐलान किया है। यह स्कीम होम लोन से संबंधित है। जी हां टाटा हाउसिंग अपनी इस स्कीम के तहत लोगों को घर का सपना पूरा करने के लिए होम लोन पर एक साल के लिए 3.99 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन का ऑफर दे रही है। इतना ही नहीं कंपनी संभावित ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए शेष लागत खुद वहन करेगी। टाटा हाउसिंग के अनुसार, कंपनी की इस स्कीम के तहत होम लोन लेने वाले ग्राहकों को सिर्फ एक साल के लिए 3.99 प्रतिशत के ब्याज दर का भुगतान करना होगा। इस पर लगने वाला ऊपर का ब्याज खुद टाटा हाउसिंग कंपनी वहन करेगी। कंपनी की यह स्कीम अब से लेकर दिवाली के एक हफ्ते बाद तक यानि 20 नवंबर तक जारी रहेगी।
इतने रुपये का मिलेगा लोन, साथ ही मिलेंगे वाउचर
टाटा हाउसिंग के अनुसार, वह होम लोन लेने वाले ग्राहकों को संपत्ति की बुकिंग के बाद संपत्ति के आधार पर लोन के साथ ही 25000 रुपये से लेकर 8 लाख रुपये तक के गिफ्ट वाउचर देगी। ये वाउचर कंपनी 10 प्रतिशत भुगतान करने और प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन के बाद जारी करेगी। वहीं कंपनी ने यह स्कीम कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले कुछ महीनों के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित हुआ था। जिसमें सुधार के लिए कंपनी ने यह प्रयास किया है। वहीं कंपनी का दावा है कि अब रियल स्टेट के क्षेत्र में फिर से धीरे धीरे ही सही, लेकिन रिकवरी शुरू हो गई है। सरकार और आबीआई ने रियल एस्टेट क्षेत्र को राहत देने के लिए दूसरे कई कदम उठाए हैं। अब प्राइवेट क्षेत्र की बारी है कि वे लोगों की घर खरीदने में मदद करें। वहीं बता दें कि आरबीआई के निर्देशों पर कोरोना काल में बैंकों ने रेपों रेट पर लगातार कैंची चलाई है। जिसके चलते लोन सस्ता हो गया है।