कोरोना वायरस के बीच चीन की इन बड़ी कंपनियों ने किया दान, सुर्खियों में आया अलीबाबा समेत इनका नाम
चीनी कंपनी अलीबाबा ने कोरोना संक्रमण के बीच दान दिये 1000 वेंटिलेटर समेत मास्क और पीपीई कीट;
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच (Reliance Industry) रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन को पीछे कर एशिया के सबसे अमीर आदमी बनकर सुर्खियों में आये (Chinese Company Alibaba) अलीबाबा के संस्थापक जैक मा को मुकेश अंबानी को कुछ दिन बाद ही पीछे कर दिया, लेकिन अब एक बार फिर से चीनी कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा चर्चा में आ गये हैं। इसकी वजह उनके द्वारा कोरोना संक्रमण के बीच अपने देश में ही नहीं बल्कि अफ्रीका, लैटिन और अमेरिका जैसे देशों में वेंटिलेटर और मास्क देना है।
दरअसल, कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही चीन की कंपनियां बड़ी (Donate) दानदाता बनकर उभरी हैं। इसमें (E-Commerce Company) ई-कॉमर्स क्षेत्र के अग्रणी समूह (Alibaba Founder) अलीबाबा के संस्थापक और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य जैक मा का नाम सबसे ऊपर है। इसमें जैक मा ने अप्रैल में न्यूयॉर्क भेजे गए 1,000 वेंटिलेटर के लिए भुगतान करने में मदद करना है। जैक मा के फाउंडेशन ने अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया में भी वेंटिलेटर, मास्क और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति की है। इस महामारी के दौरान चीन के प्रमुख कारोबारी वैश्विक स्तर पर अपने अमेरिकी, यूरोपीय और जापानी समकक्षों के साथ बड़े दानदाता बनकर उभरे हैं। अलीबाबा और अन्य चीनी कंपनियों ने करोड़ों डॉलर की चिकित्सा आपूर्ति, भोजन और नकदी दान में दी है।
टिकटॉक ने भी किया था 25 करोड़ डॉलर का दान
अलीबाबा के साथ ही टिकटॉक ऐप कंपनी (TikTok App) ने स्वास्थ्यकर्मियों की सहायता और अन्य कार्यों के लिए 25 करोड़ डॉलर देने का वादा किया। (WeChat) वीचैट मैसेजिंग सेवा की परिचालक टेनसेंट ने 10 करोड़ डॉलर दिए हैं और कहा है कि उसने अमेरिका सहित 15 देशों में मास्क और अन्य सुरक्षात्मक वस्तुओं की आपूर्ति की है। कंप्यूटर निर्माता लेनोवो और इलेक्ट्रिक ऑटो कंपनी बीवाईडी ऑटो सहित दूसरी कंपनियों ने मास्क और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति की हैं। वैश्विक उपकरण बनाने वाली (Hair Company) कंपनी हायर स्मार्ट होम का कहना है कि पाकिस्तान में उसके संयंत्रों के आसपास लोगों को भोजन दिया जा रहा है। इन दानदाताओं की पहल से चीन की छवि को सुधारने में मदद मिली है। जिसे वायरस के उभरने और इस बारे में जानकारी छिपाने के आरोपों के चलते आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।