Today Petrol Diesel Price : तेल के दामों ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, आज फिर बढ़े दाम, मुंबई में पेट्रोल 96 रुपये लीटर पहुंचा
पिछले नौ दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। दिल्ली (Delhi) में एक लीटर पेट्रोल की कीमत आज 89.54 है और डीजल प्रति लीटर 79.95 रुपये में मिल रहा है।;
देश में पेट्रोल और डीजल (Petrol and Diesel) के दामों में उछाल का दौर जारी है। तेल की कीमतें हर रोज नया रिकॉर्ड बना रही हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम देश के कई शहरों में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुके हैं। बता दें कि पिछले नौ दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। दिल्ली (Delhi) में एक लीटर पेट्रोल की कीमत आज 89.54 है और डीजल प्रति लीटर 79.95 रुपये में मिल रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 96.00 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.98 रुपये लीटर हो गई है।
यहां चेक करें आज के रेट
दिल्ली में पेट्रोल 89.54 रुपये और डीजल 79.95 रुपये प्रति लीटर है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 96.00 रुपये और डीजल 86.98 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 90.78 रुपये और डीजल 83.54 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई की बात करें तो यहां पेट्रोल 91.68 रुपये और डीजल 85.01 रुपये प्रति लीटर है। बैंगलूरु में पेट्रोल 92.54 रुपये और डीजल 84.75 रुपये प्रति लीटर है। भोपाल में पेट्रोल 97.52 रुपये और डीजल 88.15 रुपये प्रति लीटर है। नोएडा में पेट्रोल 88.13 रुपये और डीजल 80.38 रुपये प्रति लीटर है। चंडीगढ़ में पेट्रोल 86.17 रुपये और डीजल 79.65 रुपये प्रति लीटर है। पटना में पेट्रोल 91.91 रुपये और डीजल 85.18 रुपये प्रति लीटर है। लखनऊ में पेट्रोल 88.06 रुपये और डीजल 80.33 रुपये प्रति लीटर है।
क्यों लग रही पेट्रोल डीजल के दामों में आग
दरअसल, भारत में पेट्रोल-डीजल का खुदरा भाव वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव से लिंक है। इसका मतलब है कि अगर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव कम होता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा। अगर कच्चे तेल का भाव बढ़ता है तो पेट्रोल-डीजल के लिए ज्यादा खर्च करना होगा, लेकिन हर बार ऐसा होता नहीं है. जब वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव चढ़ता है तो ग्राहकों पर इसका बोझ डाला जाता है, लेकिन जब कच्चे तेल का भाव कम होता है, उस वक्त सरकार अपनी रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ग्राहकों पर टैक्स का बोझ डाल देती है।