दुनियाभर के अमीरों में शुमार अनिल अंबानी ने खुद को बताया कंगाल, कहा मेरी कमाई है जीरो
दुनियाभर के अमीरों में शुमार अनिल अंबानी ने खुद को कंगाल बताया है। ब्रिटेन की एक अदालत से अनिल अंबानी ने कहा कि उनकी नेटवर्थ जीरो है। टेलिकॉम सेक्टर में मची उथल-पुथल के बाद वह बर्बाद हो गए हैं।;
दुनियाभर के अमीरों के बात करें तो इनमें गिने-चुने नाम ही आपको नजर आएंगे। इनमे से ही एक नाम अनिल अंबानी का भी है। हम जो आपको बताने जा रहे हैं, उसको जानकर आपको हैरानी होगी। कभी अरबपतियों की लिस्ट में रहने वाले अनिल अंबानी अब कंगाल हो चुके हैं। उन्होंने ब्रिटेन की एक अदालत से कहा कि उनकी नेटवर्थ जीरो है। उन्होंने कोर्ट से कहा कि वह दिवालिया हो चुके हैं।
टेलिकॉम सेक्टर में मची उथल-पुथल के बाद सब बर्बाद
चीन के बैंकों के 68 करोड़ डॉलर (4,760 करोड़ रुपये) के कर्ज के मामले की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी के वकील ने कहा कि एक समय था जब वह बेहद अमीर कारोबारी थे, लेकिन भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में मची उथल-पुथल के बाद सब बर्बाद हो गया और वह अब अमीर नहीं रहे। कभी अरबपतियों की लिस्ट में रहने वाले अनिल अंबानी दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में छठे नंबर पर थे।
रिलायंस कम्युनिकेशन्स पर करीब 93 हजार करोड़ का लोन
अनिल अंबानी रिलायंस कम्यूनिकेशन्स के चेयरमैन हैं और उनका ग्रुप पिछले कुछ समय से कठिनाइयों के दौर से गुजर रहा है। ग्रुप पर कर्ज का बहुत बड़ा बोझ है, जिसकी वजह से वह परेशानी में हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर तक ग्रुप पर 13.2 अरब डॉलर (करीब 93 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है।
कमाई जीरो होने के बावजूद खड़े हैं जेट
अदालत में बैंकों के वकीलों ने कहा कि अंबानी के पास 11 या उससे ज्यादा लग्जरी कारें, एक प्राइवेट जेट, एक याट और दक्षिण मुंबई में एक विशिष्ट सीविंड पेंटहाउस है। जज डेविड वाक्समैन ने सवाल किया कि श्री अंबानी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह व्यक्तिगत रूप से दिवालिया हो चुके हैं। क्या उन्होंने भारत में दिवालिया आवेदन किया है। अंबानी के वकीलों की टीम में शामिल देश के प्रमुख अधिवक्ता हरीश साल्वे ने इसका जवाब 'नहीं' में दिया। इसके बाद अदालत में भारत की इनसॉल्वेंसी व बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) पर उल्लेख हुआ। वकील ने कहा कि कुल मिलाकर हालात ऐसे हैं कि अंबानी 70 करोड़ डॉलर अदा करने की स्थिति में भी नहीं हैं।
कभी अमीर कारोबारी थे अंबानी
अंबानी के वकील रॉबर्ट होवे ने कहा कोर्ट कहा कि अंबानी के निवेश की वैल्यू 2012 के बाद खत्म हो गई थी। भारत सरकार द्वारा स्पेक्ट्रम देने की पॉलिसी में बदलाव का भारतीय टेलिकॉम सेक्टर पर गहरा असर पड़ा था। साल 2012 में अंबानी के निवेश की कीमत 7 अरब डॉलर से अधिक थी, लेकिन अब वह 8.9 करोड़ डॉलर (623 करोड़ रुपये) रह गई है और अगर एक बार जब उनकी देनदारी पर विचार किया जाता है तो उनकी कुल संपत्ति जीरो हो जाती है। साधारण सी बात है, वह एक अमीर कारोबारी थे, लेकिन अब नहीं हैं।