नौकरीपेशा लोगों के लिए बुरी खबर, PF पर ब्याज दर घटी, 6 करोड़ से अधिक को होगा नुकसान
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने प्रोविडेंट फंड पर ब्याज दरें घटाकर 8.50 कर दी है। इससे पीएफ धारकाें को नुकसान होगा।;
पीएफ धारकों के लिए बुरी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने प्रोविडेंट फंड (PF) पर ब्याज दरें घटा दी है। अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने ब्याज दर घटाकर 8.50 प्रतिशत कर दी है। इससे पहले पीएफ पर ब्याज दर 8.65 प्रतिशत थी। इसके अलावा पेंशन की राशि बढ़ाने के लिए भी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने लेबर मिनिस्ट्री जल्द ही PMO को एक प्रस्ताव भेजेगा।
ईपीएफओ की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक श्रम मंत्री संतोश गंगवार की ने ब्याज दरें घटाने का फैसला लिया सुनाया। मंत्री गंगवार ने कहा कि बांड्स और सरकारी प्रतिभूतियों से होने वाली आय में पिछले साल 50-80 आधार अंकों की कमी आई है। मार्च, 2019 में EPFO ने 8.65 फीसदी ब्याज दर का ऐलान किया था। पिछले दिनों ऐसी खबरे आ रही थी कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 में EPFO ब्याज दर 8.50 रख सकता है। आपको बता दें कि इस फैसले से करीब 6 करोड़ से अधिक लोगों को नुकसान होगा।
यह हैं 2012 से 2020 तक पीएफ पर ब्याज दरें
वर्ष | ब्याज दरें |
2012-2013 | 8.50 % |
2013-2014 | 8.75 % |
2014-2015 | 8.75 % |
2015-2016 | 8.80 % |
2016-2017 | 8.65 % |
2017-2018 | 8.55 % |
2018-2019 | 8.65 % |
2019-2020 | 8.50 % |
ईपीएफओ ने दो गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों दीवान हाउसिंग फाइनेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनांशियल सर्विसेस में 4500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। दोनों ही कंपनियां के लिए यह समय बुरा चल रहा है। ईपीएफओ ने बाजार में कुुल 18 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें से 85 प्रतिशत डेट मार्केट में और 15 प्रतिशत एक्चेंज-ट्रेडेड फंड्सके जरिये इक्विटीज में लगा है। ईपीएफओ का इग्विटीज में निवेश 74,324 करोड़ रुपए है, जिस पर ईपीएफओ को 14.74 प्रतिशत का रिटर्न हासिल हुआ है।