LockDown:लॉकडाउन के अगले ही दिन 15 अप्रैल से रेल शुरू होने की संभावना, पहले से ही रिजर्वेशन हुए फुल, नहीं मिल सकेगी सीट
लॉकडाउन खुलते ही पहली ही ट्रेन (Train) से अपने गांव जाने की तैयारी में लोग। 15 दिन पहले ही ट्रेन की सीटें हो जाएगी फुल;
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है। ऐसे में हजारों लोग अपने गांव और अपनों से दूर शहरों में फंस गये है। उन्हें अपने गांव जाने की जल्दी है, लेकिन बसों से लेकर ट्रेन (Train) बंद होने के चलते जो जहां है। वह उसी जगह पर रह गया है। ऐसे में 14 के अगले दिन 15 अप्रैल यानि लॉकडाउन खुलते ही लोगों ने अपने घरों को लौटने के लिए (Seat Reservation) ट्रेनों में रिजर्वेशन कर दिये हैं। इतना ही नहीं लॉकडाउन खुलने के बाद 15 अप्रैल 2020 को चलने वाली कई ट्रेनों की सीट फुल हो गई है।
इन ट्रेनों की संख्या पहले ही हो गई है फुल
मीडिया रिपोर्ग्स के अनुसार, कोरोना वायरस को लेकर लोग डरे हुए है। ज्यादातर लोग अपने घर अपनों के पास लौटना चाहते हैं। ऐसे में लॉकडाउन खुलने के बाद यानि 15 अप्रैल 2020 से ट्रेन चलने की उम्मीद लोगों ने पहले ही टिकट बुक (Railway Ticket Booking) कर दी है। महीनों पहले ही रिजर्वेशन कर दिया गया है। जिसके बाद ट्रेन की सीटें लगभग भर गई है। इनमें दिल्ली जाने वाली काशी, गोरखधाम, अवध असम, फैजाबाद-दिल्ली, फरक्का, बिहार संपर्क क्रांति, वैशाली एक्सप्रेस समेत ज्यादातर ट्रेनों की थर्ड एसी की सीटें भर गई हैं। वहीं लखनऊ से मुंबई, हावड़ा और दिल्ली जाने वाली कई ट्रेनों में स्लीपर में भी थोडी बहुत ही सीटें बची है। इस से साफ है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सरकार चाहे कितना ही जोर लगा रही हो, लेकिन लोग अपने जीवन को दांव पर लगाकर बस अपने घर पहुंचना चाहते हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि 15 अप्रैल से स्टेशनों पर भीड़ उमड़ेगी। इससे साफ है कि सोशल डिस्टेंशिंग का मानक टूटता दिख रहा है।
महाराष्ट्र के लिए 20 तक नहीं मिलेगी कोई सीट
वहीं बात करें मुंबई की तरफ जाने वाली ट्रेनों की तो इनमें टिकट मिल पाना न के बराबर है। इसकी वजह मुंबई जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग करीब 150 के पार है। इसके साथ ही 15 अप्रैल को पुष्पक और अवध असम में सीट फुल हैं। अवध असम के स्लीपर में आरएसी में टिकट मिल रहा है।