इस नियम के लागू होते ही बदल जाएगी पेट्रोल और डीजल की क्वालिटी, बढ़ जाएगा गाड़ियों का माइलेज

बीएस6 फ्यूल का प्रदूषण में कमी आने के साथ ही गाड़ियों के माइलेज पर भी असर पड़ेगा।;

Update: 2020-03-28 09:52 GMT

परिवहन मंत्रालय द्वारा एक अप्रैल से नियमों के बदलाव के साथ देश में सिर्फ बीएस6 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन (Registration) किया जाएगा। जबकि (BS4 Vehicles) बीएस4 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा  दी गई है। बीएस6 के तहत गाड़ियों के इंजन भी बदले गये हैं। जिनमें कई बडे बदलाव हुए है। इससे वाहनों की परफॉर्मेंस जैसे माइलेज पर भी काफी असर पड़ेगा। वहीं इन वाहनों के लिए (Petrol and Diesel Quality) पेट्रोल और डीजल की क्वालिटी में भी बदलाव किया जाएगा।

फ्यूल में किया जाएगा बदलाव

आपको जानकर हैरानी होगी कि BS6 नॉर्म्स शुरू होते ही फ्यूल में भी बड़े बदलाव होंगे। बीएस6 वाहनों के मार्केट में आने पर  (Petrol and Diesel) पेट्रोल और डीजल कि क्वालिटी में भी फर्क आ जाएगा। BS6 इंजन आते ही क्लीन फ्यूल भी  आ जाएगा। इससे प्रदूषण बहुत कम होता है। BS6 फ्यूल को सीएनजी की तरह क्लीन माना जाता है। BS6 नॉर्म्स लागू होने से पहले ही BS6 फ्यूल की सप्लाई का काम भी शुरू किया जा चुका है। जिससे BS6 Vehicles खरीद चुके लोगों को किसी तरह की दिक्कत ना आए।

यह है BS6 फ्यूल की खासियतें 

बीएस 6 फ्यूल बेहद खास है ऐसा इसलिए है क्योंकि एक तो इसे क्लीन फ्यूल माना जाता है। दूसरा यह आपके वाहन के (Vehicle engine Performance) इंजन की परफॉर्मेंस को भी बेहतर करता है। BS6 Fuel में सल्फर की मात्रा बहुत कम होती है और इससे BS6 वाहनों का नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन पेट्रोल वाली कारों में करीब 25% तक और डीजल वाली कारों में घटकर 70% तक रह जाएगा। इससे बीएस6 वाहन पहले के मुकाबले ज्यादा माइलेज देगा। जिससे पेट्रोल डीजल का खर्च भी कम होगा और पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी। 

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