विदेशों में कॉल करना होगा अब महंगा, ट्राई ने शुल्क बढ़ाने को दी मंजूरी
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अंतरराष्ट्रीय कॉल को गंतव्य पर पहुंचाने के शुल्क (कॉल टर्मिनेशन चार्ज) में शुक्रवार को एक दायरे में बढ़ोत्तरी करने की छूट दी। पहले यह 30 पैसे प्रति मिनट थी जिसे अब 35-65 पैसे प्रति मिनट कर दिया है।;
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अंतरराष्ट्रीय कॉल को गंतव्य पर पहुंचाने के शुल्क (कॉल टर्मिनेशन चार्ज) में शुक्रवार को एक दायरे में बढ़ोत्तरी करने की छूट दी। पहले यह 30 पैसे प्रति मिनट थी जिसे अब 35-65 पैसे प्रति मिनट कर दिया है।
इससे दूरसंचार कंपनियों को लाभ की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय कॉल समाप्ति शुल्क, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबी दूरी के कॉल संभालने वाले भारतीय परिचालक (आईएलडीओ) को विदेशी काल के गंतव्य वाले नेटवर्क आपरेटर को चुकानी होती है।
इससे जिस घरेलू कंपनी के नेटवर्क पर विदेशों से आने वाली कॉल समाप्त होती है उसे इस शुल्क की राशि मिलती है। ट्राई ने नयी व्यवस्था में इस शुल्क की निचली और अधिकतम दरें तय की हैं। जबकि दरें तय करने का अधिकार कंपनियों पर छोड़ दिया है।
इससे कंपनियां यह तय कर सकती हैं कि इस शुल्क का कितना भार वह उठाएंगी और कितना वह वसूलेंगी और साथ ही वह किस दर से यह शुल्क वसूलेंगी। हालांकि ट्राई ने स्पष्ट किया है कि कंपनियों को सभी आईएलडीओ से इस तरह के शुल्क की वसूली में भेदभाव रहित दृष्टिकोण अपनाना होगा।
प्रतिस्पर्धा करने समान मंच मिले
ट्राई ने कहा कि जिस नेटवर्क पर कॉल समाप्त होगी उसे अपने सहयोगी आईएलडीओ या इस क्षेत्र में काम कर रही अकेली अन्य आईएलडीओ को एक समान शुल्क दर की पेशकश करनी होगी ताकि एक सभी को प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक समान मंच मिल सके।